आगमन और निगमन विधि के उदाहरण ( Aagman Aur Nigman Vidhi Ke Udaharan )
आगमन विधि के 3 उदहारण : –
1. इस विधि में ज्ञात से अज्ञात की ओर जाते हैं।
2. आगमन विधि में विशिष्ट से सामान्य की ओर जाते हैं।
3. आगमन विधि में स्थूल से सूक्ष्म की ओर जाते हैं। अर्थात बड़ा से छोटा की ओर जाते हैं।
निगमन विधि के उदहारण : –
1. निगमन विधि में अज्ञात से ज्ञात की ओर जाते हैं।
2. इस विधि में सामान्य से विशिष्ट की ओर जाते हैं।
3. इस विधि में सूक्ष्म से स्थूल की ओर जाते हैं। अर्थात छोटा से बड़ा की ओर जाते हैं।
अगर आप आगमन विधि के जनक का नाम नहीं जानते हैं तो नीचे Click करें।
Aagman Vidhi Ke Janak
आगमन और निगमन विधि से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न : –
1. आगमन विधि का जनक कौन हैं ?
Ans – आगमन विधि का जनक अरस्तु हैं। अरस्तु यूनान के निवासी थे।
2. निगमन विधि के जनक कौन हैं ?
Ans – निगमन विधि के जनक अरस्तु हैं।
3. आगमन विधि किसे कहते हैं ?
Ans – आगमन विधि में छात्रों को पहले उदाहरण दिया जाता है। और बाद में नियम बताया जाता है। यह विधि उदाहरण से नियम की ओर जाता है।
4. निगमन विधि किसे कहते हैं ?
Ans – निगमन विधि आगमन विधि से उल्टा होता है। इसमें छात्रों को पहले नियम बताया जाता है और बाद में उस नियम का उदाहरण दिया जाता है। यह विधि नियम से उदाहरण की ओर जाता है। शिक्षक शिक्षण के समय इस विधि का प्रयोग सबसे ज्यादा करते हैं।