अनुच्छेद 50 | Article 50 Of Indian Constitution In Hindi

Article 50 Of Indian Constitution In Hindi : – 

Article 50 में यह कहा गया है कि राज्य ये सुनिश्चित करेगी कि लोक सेवाओं में न्यायपालिका का कार्यपालिका से पृथक्करण हो और उसके लिए राज्य कदम उठाएगा।  

 

Article 50 से भ्रष्टाचार कैसे कम होता है : –

देश से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए Article 50 जरूरी है। अब आप ये समझिये कि अनुच्छेद 50 से भ्रष्टाचार कैसे ख़त्म होता है। विधायिका का काम है नियम बनाना। जैसे देश के नेता लोग हत्या करने की सजा के लिए धारा 302 बना दिए। विधायिका का काम यहां खत्म। अब हत्या के लिए किसी संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ना कार्यपालिका का काम है। 

मतलब पुलिस उस व्यक्ति को पकड़कर न्यायपालिका के समक्ष पेश करेगी। यहाँ पर अब न्यायपालिका का काम शुरू होता है। न्यायपालिका इस मामले को देखकर और सबूतों के आधार पर अपना फैसला सुनाएगी।  

 

अगर न्यायपालिका का कार्यपालिका से पृथक्करण नहीं होता तो संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ने का काम और उसे सजा सुनाने का काम दोनों ही पुलिस करती। तो ऐसे केस में हो सकता था कि पुलिस ऐसे व्यक्ति को छोड़ने के लिए घुस ले लेती या किसी विपक्ष से पैसा लेकर उस व्यक्ति को सजा दे देती जिसने अपराध ही न किया हो।  

 

कार्यपालिका ( Executive ) – कार्यपालिका का काम है केवल नियम को लागू कराना। अगर कोई नियम को नहीं लागू करता है, नियम का उल्लंघन करता है, या नियम तोड़ता है तो Executive का काम है उसे पकड़ कर जज को देना और जज साहब सजा सुनाएंगे। 

 

 उपराष्ट्रपति से संबंधित Important Question के लिए नीचे Click करें। 

उपराष्ट्रपति से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

 

Article 50 ( Important Note ) : –

कभी-कभी confusion ये हो जाता है कि किसको किससे अलग किया है Article 50 में।  तो इसका जवाब है न्यायपालिका को कार्यपालिका से अलग किया है। गलती से भी आप ये मत सोच लेना कि न्यायपालिका से कार्यपालिका को अलग किया है। हमेशा ये याद रखना कि कार्यपालिका बहुत बड़ा होता है। इसके अंतर्गत बहुत सारे विभाग आते हैं। तो हमेशा बड़े में से छोटे को अलग किया जाता है।  

 

अब ये समझना जरूरी है कि कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका क्या है। आसान शब्दों में यह समझ लीजिये विधायिका का काम नियम बनाना होता है, कार्यपालिका का दायित्व नियम लागू करवाना होता है और न्यायपालिका का दायित्व होता है न्याय करना ( नियम तोड़ने, न मानने के लिए दण्डित करना ) 

 

Article 55 में यह कहा गया है कि जनता का शोषण होने लगेगा अगर न्याय करने की जिम्मेदारी भी कार्यपालिका के हाथ में दे दी जाएगी। 

 

Article 50 याद करने का Trick : – 

बस ये याद रखो 50 – 50 → Article 50 के अंतर्गत न्यायपालिका को कार्यपालिका से अलग कर दिया गया है। 

 

 

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!