चिपको आंदोलन किस वृक्ष से शुरू हुआ ?
Ans – चिपको आंदोलन राजस्थान में खेजड़ी वृक्ष और उत्तराखंड में अंगु का पेड़ से शुरू हुआ था।
खेजड़ी वृक्ष की लकड़ी ईंधन में काम आता है , और इस वृक्ष के पत्ते चारे के रूप में काम आता है। खेजड़ी वृक्ष को राजस्थान का गौरव भी कहा जाता है।
अंगु के पेड़ की लकड़ी हल्की और मजबूत होती है। उस समय गाँव वाले इसकी लकड़ी से खेती में उपयोग होने वाले औजार बनाते थे।
चिपको आंदोलन से आप क्या समझते हैं ?
Ans – चिपको आंदोलन एक पर्यावरण के संरक्षण के लिए चलाया गया आंदोलन था। जिसमें उत्तराखंड के चमोली गांव के स्थानीय लोगों ने अंगु के पेड़ कटने का खुलकर विरोध किया। यह आंदोलन 1973 में शुरू हुआ था।
राजस्थान में चिपको आंदोलन 1970 में शुरू हुआ था इस आंदोलन का शुरुआत अमृता देवी बिश्नोई के द्वारा किया गया था।चिपको आंदोलन में महिलाओं की अहम भूमिका रही थी ।
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चिपको आंदोलन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न ( FAQ ) : –
1. चिपको आंदोलन में कौन सा वृक्ष था ?
Ans ➺ उत्तराखंड के चिपको आंदोलन में अगु का वृक्ष था।
2. चिपको आंदोलन कौन से गांव में हुआ ?
Ans ➺ चिपको आंदोलन उत्तराखंड के चमोली गांव में हुआ था।
3. चिपको आंदोलन की शुरुआत कब से हुई ?
Ans ➺ 1973 में
4. चिपको आंदोलन किसने चलाया था ?
Ans ➺ चिपको आंदोलन उत्तराखंड राज्य के चमोली गांव के स्थानीय महिलाओं के द्वारा चलाया गया था।
5. चिपको आंदोलन कहाँ हुआ था ?
Ans ➺ चिपको आंदोलन उत्तराखंड में हुआ था।