महाजनपद और उनकी राजधानी | Mahajanpad Aur Unki Rajdhani

आज मैं 16 महाजनपद और उनकी राजधानी ( Mahajanpad Aur Unki Rajdhani ) के बारे में बताने जा रही हूँ। यह Exam के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण टॉपिक है। मैं इस टॉपिक में 16 महाजनपद और उनकी राजधानी के बारे में सभी Facts लिखी हूँ।

 

महाजनपद काल : –
महाजनपद काल का उदय छठी ई. पूर्व में हुआ था। 600 BC से 325 BC के समय को महाजनपद काल कहा जाता है। महाजनपद काल को दूसरी नगरीय सभ्यता भी कहा जाता है। इसका मुख्य कारण लोहे की खोज थी 

 

महाजनपद की जानकारी बौद्ध साहित्य से मिलती है। अंगुत्तर निकाय व महावस्तु से 16 महाजनपद की जानकारी मिलती है। सूत पिटक और विनय पिटक से भी महाजनपद की जानकारी मिलती है। जैन साहित्य में भगवती सूत्र से महाजनपद की जानकारी मिलती है।

 

विदेशी विवरण में जस्टिन, निर्याकस, प्लूटार्क, कंटियस आदि की रचनाओं से महाजनपद की जानकारी मिलती है। 15 महाजनपद नर्मदा नदी घाटी के उत्तर में स्थित थे जबकि अस्मक गोदावरी नदी घाटी में स्थित था।

 

16 महाजनपद की राजधानी : –
1. मगध – गिरिब्रज / राजगृह
2. अंग – चंपा
3. वज्जि – वैशाली
4. काशी – वाराणसी
5. वत्स – कौशाम्बी
6. कौशल – श्रावस्ती
7. मल्ल – कुशीनगर / कुशावती
8. पांचाल – अहिच्छत्र / काम्पिल्य
9. चेदि – शक्तिमती
10. कुरु – इंद्रप्रस्थ
11. शूरसेन – मथुरा
12. अवन्ति – उज्जैन / महिष्मति
13. मत्स्य – विराटनगर
14. अस्मक – पोतन / पोटली
15. गांधार – तक्षशिला
16. कंबोज – हाटक

 

16 महाजनपदों की स्थिति : –
उत्तर प्रदेश – 8 महाजनपद
बिहार – 3 महाजनपद
राजस्थान – 1 महाजनपद
मध्यप्रदेश – 1 महाजनपद
दक्षिण भारत – 1 महाजनपद
भारत के बाहर – 2 महाजनपद

 

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महाजनपद काल की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए : –

महाजनपद काल की प्रमुख विशेषता की बात किया जाए तो महाजनवस्तु में जिन महाजनपदों की सूची मिलती थी उनमें से गांधार और कम्बोज के जगह क्रमशः शिवि (पंजाब) एवं दर्शना (मध्य भारत) का उल्लेख मिलता है। इस काल की सर्वाधिक महत्वपूर्ण विशेषता “आहत सिक्का” या “पंचमार्क सिक्का” है।

 

महाजनपदों के उदय के कारण : –
महाजनपदों के उदय के मुख्य कारण लोहे की प्रधानता थी। इसके अलावा महाजनपदों के उदय का कारण कृषि अधिशेष भी था।

 

महाजनपद से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न ( FAQ ) : –
1. महाजनपद काल से आप क्या समझते हैं ?
Ans – महाजनपद काल का उदय छठी ई. पूर्व में हुई थी। महाजनपद काल 600 BC से 325 BC तक था। महाजनपद काल दूसरी नगरीय सभ्यता थी। महाजनपद काल की जानकारी बौद्ध साहित्य के अंगुत्तर निकाय व महावस्तु से 16 महाजनपद की जानकारी मलती है।

 

2. महाजनपद से आप क्या समझते हैं ?
Ans – महाजनपद को सरल शब्दों में कहा जाए तो महाजनपद भारत के प्राचीन राज्य प्रशासनिक इकाई थी। महाजनपद का उल्लेख वैदिक काल में मिलता है।

 

3. जनपद से आप क्या समझते हैं ?
Ans – जनपद की बात किया जाए तो प्राचीन भारतीय प्रशासनिक इकाई व्यवस्था था, जो एक निश्चित भूखंड क्षेत्र को कहा जाता था।

 

4. किन दो महाजनपदों में गणतंत्र शासन व्यवस्था थी ?
Ans – मल्ल और वज्जि दो महाजनपदो मे गणतंत्र शासन व्यवस्था थी।

 

5. पांचाल राज्य कहाँ है ?
Ans – पांचाल राज्य उत्तर प्रदेश में है।

 

6. महाजनपदों की संख्या कितनी थी ?
Ans ➺ महाजनपदों की संख्या 16 थी।

 

7. 16 महाजनपदों में सबसे शक्तिशाली महाजनपद कौन था ?
Ans – 16 महाजनपदों में से सबसे शक्तिशाली महाजनपद वत्स, अवन्ति, मगध और कोसल था।

 

8. आरंभिक राज्य व्यवस्था में कितने महाजनपद थे ?
Ans – आरंभिक राज्य व्यवस्था में 16 महाजनपद थे।

 

9. पांचाल की राजधानी क्या थी ?
Ans – अहिच्छत्र / काम्पिल्य

 

10. पांचाल राज्य का विस्तार कहां तक था ?
Ans – पांचाल राज्य का विस्तार बरेली, बदायूं, फर्रूखाबाद क्षेत्रों तक था।

 

11. उत्तर प्रदेश में कितने महाजनपद है ?
Ans – उतर प्रदेश में 8 महाजनपद है।

 

 

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