[PDF] स्किनर का सिद्धांत | Skinner Ka Siddhant

मैं CDP के इस टॉपिक में स्किनर का सिद्धांत ( Skinner ka Siddhant ) के बारे में बताने जा रही हूँ। यह टॉपिक Teaching Exam के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। स्किनर ने क्रिया प्रसूत अनुबंधन का सिद्धांत दिया है। स्किनर का सिद्धांत टॉपिक से आपके Exam में बार – बार प्रश्न पूछे जाते हैं।

 

यहाँ पर आपको स्किनर का सिद्धांत PDF के format में भी मिलने वाला है जिसमें स्किनर का सिद्धांत का Handwritten Notes और Printed Notes का direct download लिंक है.

 

1. स्किनर का सिद्धांत PDF – Download

 

2. B.F. Skinner Theory In Hindi PDF – Download

 

3. B.F. Skinner Theory Of Learning PDF – Download

 

स्किनर का सिद्धांत ( Skinner Ka Siddhant ) : – 
स्किनर का क्रिया प्रसूत सिद्धांत जटिल व्यवहार वाले बच्चे और मानसिक रोगों से ग्रस्त बच्चों को वैसे व्यवहार सिखाने में मदद करता है जो उन बच्चों लिए जरुरी होता है।

 

स्किनर का मानना था कि जब भी उन्हें कार्य करने में सफलता मिलती थी तो उन्हें संतुष्टि होती थी। और उन्हें कार्य करने में मन लगता था। 

 

CDP के सारे Previous Year के MCQ को Solve करें।

 

स्किनर का क्रिया प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत : –
स्किनर का क्रिया प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत का प्रतिपादन अमेरिका के हारवर्ड विश्व विद्यालय के प्रो बी. एफ. स्किनर द्वारा 1938 में दिया गया था। यह सिद्धांत थार्नडाइक के द्वारा प्रतिपादित प्रभाव के नियम पर आधारित है।

 

R-S Theory में R का मतलब Rain Forcemeat है, इसका का अर्थ पुनर्बलन होता है। पुनर्बलन दो प्रकार का होता है
1. सकारात्मक पुनर्बलन
2. नकारात्मक पुनर्बलन।
सकारात्मक पुनर्बलन – प्राणी को यदि सकारात्मक पुनर्बलन दिया जाता है तो प्राणी उस क्रिया को बार – बार दुहराता है।

 

एक विशेष व्यवहार सीखने के लिए उनकी अनुक्रियो के पश्चात उन्हें एक विशेष पुनर्बलन देकर उन्हें निश्चित व्यवहार सीखने में सफलता प्राप्त की। इन्होने प्रयोग के लिए एक विशेष प्रकार की बॉक्स का प्रयोग किया जिसे ‘ क्रियाप्रसूत अनुबंधन कक्ष ‘ नाम दिया था।

 

ब्रूनर का सिद्धांत के सम्पूर्ण जानकारी के लिए नीचे Click करें।
Bruner Ka Siddhant

 

स्किनर का सिद्धांत ( Skinner Ka Siddhant ) से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न : –
1. पुनबर्लन का सिद्धांत किसने दिया ?
Ans – पुनबर्लन का सिद्धांत का जनक क्लार्क एल. को कहा जाता है। लेकिन पुनबर्लन का सिद्धांत को स्किनर ने दिया था। स्किनर ने चूहों और कबूतरों पर प्रयोग किये थे।

 

2. पावलोव और स्किनर के सिद्धांत के बीच में क्या अंतर है ?
Ans – पावलोव के अनुकूलित अनुबन्धन तथा साधनात्मक अनुबन्धन में दो तरह के भिन्नता देखने को मिलती है। अर्थात इससे यह पता चलता है कि पावलोव का शास्त्रीय अनुबन्धन तथा स्किनर का कार्यात्मक अनुबन्धन कार्य-विधि के दृष्टिकोण से एक-दूसरे से काफी अलग होता है।

 

3. क्रिया प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत को अन्य किस – किस नाम से जाना जाता है ?
Ans – क्रिया प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत को निम्नलिखित नामों से जाना जाता है ।
1. R.Type
2. R.S. Theory
3. सक्रिय अनुबंधन का सिद्धांत
4. नैमित्तिक अनुबंधन का सिद्धांत
5. अभिक्रमित अनुदेशन का सिद्धांत
6.  कार्यात्मक प्रतिबद्धता का सिद्धांत

 

4. स्किनर के अनुसार भाषा कैसे सीखी जाती है ?
Ans – स्किनर के अनुसार, बच्चों में भाषा का विकास अपने माता – पिता और उनके आस – पास के व्यक्तियों से होता है। बच्चों को भाषा सीखने के लिए वातावरण का होना जरुरी होता है। ( Download Notes )

 

5. क्रिया प्रसूत अधिगम सिद्धांत का प्रतिपादन किया था ?
Ans – क्रिया प्रसूत अधिगम सिद्धांत का प्रतिपादन स्किनर ने किया था।

 

6. चूहे पर प्रयोग किसने किया था ?
Ans – चूहे पर प्रयोग स्किनर ने किया था।

 

7. क्रिया प्रसूत अनुबंधन का सिद्धांत स्किनर ने कब दिया था ?
Ans – 1938

 

 

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!